जल जाएगा पानी आग से तू कोशिश तो कर
टूट जाएगा पत्थर कांच से तू कोशिश तो कर
शास्त्र की परिभाषा से परे हैं भंवरों की उड़ान
सोचते रह गए सोचनेवाले तू कोशिश तो कर
सूक्ष्म चंद्र से छुप जाता है महान सूर्य का तेज
हो जाती हैं दिनदहाड़े रात तू कोशिश तो कर
संभव नहीं लगता किट से तितली का बदलाव
हिरण भी बन गए जिराफ तू कोशिश तो कर
शून्य से तू हो शुरू और कर शिखर का रुख
दौड़ेगी मंज़िलें तेरी ओर तू कोशिश तो कर
वो जीत से भी ना मिलेगा जो मिलेगा हार कर
होगी चीत-पट दोनो तेरी तू कोशिश तो कर
-ऋत्वीक