कलाम-ए-शहादत
तुम्हारी शहादत को हमेशा याद रखेंगे हम, सम्मान ये तुम्हारे लिए ना होगा कभी कम। सींचा इस चमन को अपनें प्राणों से हर दम, नही भूलेंगे तुम्हें बहारों में ये खाते है कसम। इंसानों से लड़ने के लिए हमने बहोत बनाये बम, पर एक विषाणु से हार रहें सर्वशक्तिशाली हम। चेतावनियों के बाद भी नहीं […]
सलाम डॉक्टर!
शेर के जबड़े में हाथ डालकर भक्ष्य को वापस लाने की दौड़ हैं, डटे हैं जान की परवाह किये बगैर, अचंभित हु, ये कैसी होड़ है? मौत से सीना-तान भीड़ गए हैं ये जीवनदाता कहलाने वाले, विजयी ना संक्रमण को होने देंगे, निश्चय इनका कमरतोड़ हैं। नमन करें स्वीकार, अद्वितीय हैं रण, जीत दृष्टि में […]