कलाम-ए-शहादत

तुम्हारी शहादत को हमेशा याद रखेंगे हम, सम्मान ये तुम्हारे लिए ना होगा कभी कम। सींचा इस चमन को अपनें प्राणों से हर दम, नही भूलेंगे तुम्हें बहारों में ये खाते है कसम। इंसानों से लड़ने के लिए हमने बहोत बनाये बम, पर एक विषाणु से हार रहें सर्वशक्तिशाली हम। चेतावनियों के बाद भी नहीं […]